कुछ लोगों का सपना मेडिकल क्षेत्र में अपना करियर बनाना होता है जिसके लिए उन्हें नीट एग्जाम क्लियर करना पड़ता है किंतु यदि आप सरकारी कॉलेज में एडमिशन लेकर BUMS कोर्स करना चाहते हैं तो आपको नीट परीक्षा में निर्धारित कट ऑफ मार्क्स से ज्यादा नंबर लाने होंगे जिसके आधार पर आपको सरकारी कॉलेज में एडमिशन दिया जाएगा आज के इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको BUMS कोर्स के लिए Neet एग्जाम में कितने मार्क्स होने चाहिए? इस विषय में जानकारी प्रदान करेंगे तो आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें.
NEET का फुल फॉर्म क्या है
NEET का फुल फॉर्म National Eligibility cum Entrance Exam होता है जिसे हिंदी में “राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा” कहते है किन्तु NEET शब्द प्रचलन में अधिक है.
NEET क्या है?
NEET का फुल फॉर्म National Eligibility cum Entrance Exam होता है जिसे हिंदी में “राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा” कहते है किन्तु NEET शब्द प्रचलन में अधिक है NEET के entrance को NTA संस्था द्वारा आयोजित किया जाता है, NEET प्रवेश पारीक्षा उत्तीर्ण करके आप सरकारी कालेज से मेडिकल कोर्स करके डाक्टर बन सकते है.
यह परीक्षा साल में सिर्फ 1 बार ही आयोजित की जाती है NEET का exam ऑफलाइन होता है जिसके लिए 3 घंटे का समय दिया जाता है और सिर्फ 17 वर्ष से अधिक तथा 25 वर्ष से कम आयु के व्यक्ति ही इसके लिए आवेदन कर सकते है नीट परीक्षा का प्राथमिक उद्देश्य MBBS, BAMS, BUMS और BDS पाठ्यक्रमो में प्रवेश प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करना है.
नीट प्रवेश परीक्षा में मुख्य रूप से दसवीं और बारहवीं कक्षा के बायोलोजी, रसायन विज्ञान और भौतिक विज्ञान विषय से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं.
NEET प्रवेश परीक्षा के लिये योग्यता
नीट प्रवेश परीक्षा के लिए आपको कॉलेजों द्वारा निर्धारित सभी पात्रता मापदंडों को पूरा करना होगा.
शैक्षणिक योग्यता
नीट एग्जाम के आवेदन के लिए विद्यार्थियों को 12वीं कक्षा साइंस स्ट्रीम से कम से कम 55% अंकों के साथ उत्तीर्ण करनी होगी इसी के साथ कम्युनिकेशन स्किल भी अच्छी होनी चाहिए और अंग्रेजी भाषा का ज्ञान होना चाहिये.
उम्र–सीमा
NEET परीक्षा के आवेदन के लिए उम्मीदवार की आयु 17 वर्ष से अधिक तथा 25 वर्ष से कम होनी चाहिये और उम्मीदवार भारत का नागरिक होना चाहिए यदि उम्मीदवार SC/ST,PH category का है तो उसे 30 year तक छुट मिलती है.
NEET आवेदन की फीस
General और OBC category के उम्मीदवारों के लिए आवेदन शुल्क Rs.1400 तथा sc/st,ph category के उम्मीदवारों के लिए आवेदन शुल्क Rs.750 निर्धारित किया गया है जिसका भुगतान आपको करना होगा.
BUMS का फुल फॉर्म क्या है
BUMS का फुल फॉर्म बैचलर ऑफ यूनानी मेडिसिन ऐंड सर्जरी होता हैजिसमें यूनानी चिकित्सा के बारे में पढ़ाया जाता है.
BUMS कोर्स की अवधि
BUMS कोर्स की अवधि 6 वर्ष की होती है कोर्स के दौरान ही 1 साल की इंटर्नशिप भी करनी होती है जिसे कंप्लीट करने के बाद आप डॉक्टर बन सकते हैं.
BUMS कोर्स क्या है?
BUMS की फुल फॉर्म बैचलर ऑफ यूनानी मेडिसिन एंड सर्जरी होता हैजिसे हिंदी में यूनानी काय चिकित्सा एवं शल्य चिकित्सा कहते है यह कोर्स एक बैचलर स्तर यानि कि ग्रेजुएशन लेवल का कोर्स होता है BUMS में चिकित्सा के तरीकों में मसाज, डायाफोरेसिस, लीचिंग और एक्सरसाइज आदि की पढ़ाई शामिल है साधारण शब्दों में कहें, तो यूनानी पद्धति का डॉक्टर बनने के लिए किये जाने वाले कोर्स को BUMS कोर्स कहा जाता है BUMS कोर्स एक ग्रेजुएशन कोर्स है, जो 12वीं कक्षा के बाद किया जाता है.
BUMS के लिए NEET में कितने मार्क्स और परसेंटेज होने चाहिए?
यदि आप नीट एग्जाम की तैयारी कर रहे हैं और इसे पास करना चाहते हैं तो आपको निर्धारित न्यूनतम कट-ऑफ मार्क्स से ज्यादा नंबर लाने होंगेप्रत्येक वर्ष कट-ऑफ मार्क्स अलग अलग हो सकता है जिसके पश्चात आप नीट एग्जाम क्रैक कर लेंगे किंतु यदि बेस्ट मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लेना है तो इसके लिए आपको ज्यादा से ज्यादा अंक प्राप्त करने होंगे जितने ज्यादा अंक होंगे उतना ही अच्छा मेडिकल कॉलेज मिलेगा तो इसके लिए आपको कड़ी मेहनत की आवश्यकता है सभी स्टूडेंट्स को ज्यादा से ज्यादा नम्बर लाने होंगे.
नीट एग्जाम 720 अंकों का होता है जिनमें अलग अलग कैटेगरी में उम्मीदवारों के लिये सरकारी कॉलेज में एडमिशन के लिए कट ऑफ मार्क्स अलग अलग निर्धारित किया गया है जो कि निम्नलिखित है
जनरल कैटेगरी
जनरल कैटेगरी के विद्यार्थियों को 720 नम्बर में से 540 नंबर यानि 75% से ज्यादा अंक लाने होंगे यदि आप सरकारी कॉलेज में एडमिशन लेना चाहते हैं तो आपको 720 में से 630 अंक लाने होंगे जिसके बाद ही आपका एडमिशन सरकारी मेडिकल कॉलेज में होगा.
ओबीसी वर्ग
यदि आप ओबीसी कैटेगरी से संबंध रखते हैं तो आपको 720 नम्बर में से 500 नंबर यानि 70% से ज्यादा अंक लाने होंगे यदि आप सरकारी कॉलेज में एडमिशन लेना चाहते हैं तो आपको720 अंकों में से 500 अंक लाने होंगे इससे कम आने पर आपको सरकारी मेडिकल कॉलेज में एडमिशन नहीं दिया जाएगा.
अनुसूचित जाति
अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों को अच्छे सरकारी मेडिकल कॉलेज में एडमिशन प्राप्त करने के लिये नीट प्रवेश परीक्षा में 720 नम्बर में से 420 नंबर यानि 58% से ज्यादा अंक लाने होंगे.
अनुसूचित जनजाति
यदि आप अनुसूचित जनजाति कैटेगरी के मेडिकल स्टूडेंट है तो आपको 720 नंबर में से 400 नंबर से ज्यादा लाने होंगे यदि आपसरकारी मेडिकल कॉलेज में एडमिशन प्राप्त करना चाहते हैं तो आपको 720 में से 450 अंक से ज्यादा लाने होंगेतभी आपका एडमिशन अच्छे सरकारी मेडिकल कॉलेज में होगा.
ये सभी न्यूनतम कटऑफ मार्क्स है जो कि प्रत्येक कैटेगरी के मेडिकल स्टूडेंट्स के लिए अलग अलग निर्धारित किया गया है यदि आपको एक अच्छे मेडिकल कॉलेज में एडमिशन चाहिए तो आपको ज्यादा से ज्यादा अंक लाने होंगे प्रवेश परीक्षा के पश्चात मेरिट तैयार की जाएगी जिसके आधार पर विद्यार्थियों का एडमिशन किया जाएगा तो स्टूडेंट्स को चाहिए कि अच्छे से पढ़ाई करके नीट प्रवेश परीक्षा में ज्यादा से ज्यादा नंबर लाने की कोशिश करें.
NEET परीक्षा से संबंधित महत्वपूर्ण तथ्य
- यदि आप मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लेना चाहते हैं और BUMS कोर्स करना चाहते हैं तो आपको नीट परीक्षा पास करनी होगी.
- नीट परीक्षा में 720 में से 610 या उससे ज्यादा अंक लाने होंगे तभी आपका एडमिशन किसी अच्छे मेडिकल कॉलेज में होगा.
- यदि आप नीट परीक्षा के लिए तैयारी कर रहे हैं तो दसवीं में कम से कम 60% अंक होने चाहिए.
- नीट परीक्षा के विद्यार्थी को बारहवीं में 50% अंक लाने होंगे आरक्षित वर्ग के विद्यार्थियों को 45% या उससे ज्यादा अंक लाने होंगे.
- दसवीं और बारहवीं की परीक्षा साइंस स्ट्रीम से पास करनी होगी.
- यदि आप सामान्य वर्ग या OBC वर्ग से हैं तो MBBS कोर्स में एडमिशन के लिए आपको 720 में से कम से कम 630 नंबर लाने होंगे तभी आपका एडमिशन सरकारी कॉलेज में होगा.
- यदि आप आरक्षित वर्ग के विद्यार्थी है तो MBBS कोर्स में एडमिशन के लिए आपको 720 नंबर में से 450 या फिर उससे ज्यादा अंक लाने होंगे तभी आपका एडमिशन सरकारी कॉलेज में होगा.
- BDS कोर्स में एडमिशन लेने के लिए जनरल कैटेगरी के विद्यार्थियों को नीट परीक्षा में 720 अंक में से 580 अंकसे ज्यादा लाने होंगे.
- बीडीएस कोर्स में एडमिशन के लिए ओबीसी कैटेगरी के विद्यार्थियों को 720 अंक में से 570 अंक से ज्यादा लाने होंगे.
- बीडीएस कोर्स में एडमिशन के लिए एससी/एसटी कैटेगरी के विद्यार्थियों को 720 अंक में से 470 अंक से ज्यादा लाने होंगे.
- यदि सामान्य वर्ग का विद्यार्थी BUMS यानी बैचलर ऑफ यूनानी मेडिसिन एंड सर्जरी कोर्स में एडमिशन लेना चाहता है तो उसे 720 अंकों में से 540 अंक से ज्यादा लाने होंगे.
- BUMS कोर्स में एडमिशन लेने के लिए ओबीसी वर्ग के विद्यार्थियों को 720 में से 500 सबसे ज्यादा अंक लाने होंगे.
- एससी/एसटी वर्ग के विद्यार्थियों को BUMS कोर्स में एडमिशन लेने के लिए 720 में से 450 अंक से ज्यादा लाने होंगे.
- यदि विद्यार्थी BAMS यानी बैचलर ऑफ आयुर्वेद मेडिसिन ऐंड सर्जरी कोर्स करना चाहता है तो उसके लिए नीट परीक्षा में 720 में से 550 अंक लाने होंगे तभी आपका एडमिशन सरकारी कॉलेज में होगा.
- BAMS कोर्स में एडमिशन के लिए यदि आप प्राइवेट कॉलेज चुनते हैं तो 720 में से 180 या फिर उससे ज्यादा अंक लाने पर भी आपका एडमिशन हो जायेगा.
- BHMS कोर्स यानी बैचलर ऑफ होम्योपैथिक मेडिसिन एंड सर्जरी कोर्स में एडमिशन के लिए नीट परीक्षा में विद्यार्थियों को 720 में से 550 अंक लाने होंगे.
BUMS कोर्स के लिए टॉप कॉलेज
- केरल स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय, त्रिशूर
- छत्रपति साहूजी महाराज विश्वविद्यालय, कानपुर
- शिवाजी विश्वविद्यालय, कोल्हापुर
- आर्यभट्टज्ञान विश्वविद्यालय, पटना
- देवबंद यूनानी मेडिकल कॉलेज, सहारनपुर
- नेशनल यूनानी मैडिसिन कॉलेज, भोपाल
- अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, अलीगढ़
- आयुर्वेद और यूनानी तिब्बा कॉलेज, दिल्ली
- आयुष औद्योगिक विद्यापीठ, लखनऊ
MBBS कोर्स करने के बाद सैलरी
किसी भी कोर्स या जॉब को करने के से पहले व्यक्ति के मन में उससे मिलने वाले वेतन के बारे में जानने की जिज्ञासा होती है तो हम आपको बता दें कि यदि आप नीट क्लियर करके BUMS कोर्स कर लेते हैं तो आपको कार्यक्षेत्र, अनुभव और पद के हिसाब से वेतन दिया जाता है.
BUMS कोर्स करने के बाद मेडिकल लेक्चरर को ₹40,000 से ₹65,000 तक, फिजिकल असिस्टेंट को ₹25,000 से ₹57,000 तक, मेडिकल राइडर को ₹30,000 से ₹45,000 तक, डॉक्टर को ₹65,000 से ₹90,000 तक, और जूनियर डॉक्टर को ₹25,000 से लेकर ₹60,000 तक सैलरी प्रदान की जाती है आपके अनुभव बढ़ने के साथ ही सैलरी में भी इजाफा होता है.
BUMS कोर्स की फीस
BUMS कोर्स की फीस आपके द्वारा चुने गए कॉलेज पर निर्भर करती है यदि आप नीट परीक्षा में अच्छे अंक लाकर किसी सरकारी कॉलेज में एडमिशन लेते हैं तो आपको ₹20,000 से लेकर ₹50,000 प्रतिवर्ष फीस का देना पड़ता हैं वहीं प्राइवेट कॉलेज में एडमिशन लेने के बाद आपको ₹5,00,000 से लेकर ₹10,00,000 प्रतिवर्ष तक फीस देना होता है यह कॉलेज पर डिपेंड करता है.
आशा है कि आपको हमारे द्वारा लिखा गया आज का यह लेख “BUMS कोर्स के लिए NEET में कितने मार्क्स होने चाहिए? सम्पूर्ण जानकारी” पसंद आया होगा यदि आपको ऐसे ही किसी अन्य विषय के बारे में जानकारी चाहिए तो आप हमें कमेंट कर सकते हैं.