आज के समय में सभी व्यक्ति अच्छा खासा पैसा कमाना चाहते हैं जिसके लिए भारत में बहुत से काम उपलब्ध हैं उन्हीं में से एक ठेकेदार का काम भी होता है जो इमारत, सड़क, तालाब आदि जैसे कार्यों को संपूर्ण करने के लिए ठेका लेते है यदि आप ठेकेदार बनना चाहते हैं तो आज के इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको ठेकेदार कैसे बने इस विषय में सभी प्रकार की जानकारियां प्रदान करेंगे इसलिए आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें.
ठेकेदार कौन होता है?
वह व्यक्ति जो किसी परियोजना के शुरू होने से पहले उसके निर्माण या मरम्मत की सभी जिम्मेदारियां लेता है और उस कार्य को पूर्ण करने के लिए रूपरेखा तथा बजट तैयार करता है उसे ठेकेदार कहते हैं ठेकेदार का काम बहुत ही जिम्मेदारी वाला होता है क्योंकि उसे निर्माण से संबंधित सभी प्रकार के कार्यों का निरीक्षण तथाअन्य कर्मचारियों की सहायता करनी होती है और निर्धारित समय में कार्य पूर्ण करना होता है.
ठेकेदार के प्रकार
ठेकेदार कई प्रकार के होते हैं जो कि अलग अलग प्रकार के कार्यों का ठेका लेकर कार्यों को पूर्ण करते हैं ठेकेदार के अनुभव और कार्यकुशलता के आधार पर उन्हें लाइसेंस प्रदान किए जाते हैं लाइसेंस का ग्रेड जितना ऊपर होगा ठेकेदार को उतना ही ज्यादा काम मिलेगा और मुनाफा भी मिलेगा जिन्हें हम कुछ इस प्रकार समझ सकते हैं.
- ए ग्रेड ठेकेदार
- बी ग्रेड ठेकेदार
- सी ग्रेड ठेकेदार
- डीग्रेड ठेकेदार
यदि किसी ठेकेदार को ए ग्रेड का लाइसेंस दिया जाता है तो वह कुशल और विश्वासपात्र ठेकेदार होता हैक्योंकि सरकार द्वारा ए ग्रेड ठेकेदार का लाइसेंस सिर्फ काबिल लोगों को ही दिया जाता है बी ग्रेड ठेकेदार,ए ग्रेड ठेकेदार के नीचे आते हैं किंतु इन्हें भी उनके अनुभव और कार्यक्षमता के आधार प्रोजेक्ट दिए जाते हैं और सैलरी प्रदान की जाती है सी ग्रेड ठेकेदार निम्न स्तर के ठेकेदार होते हैं किंतु सबसे ज़्यादा निम्न स्तर के ठेकेदार डी ग्रेड के ठेकेदार होते हैं सरकार द्वारा ठेकेदारों की कार्यकुशलता, कार्य करने के तरीके और इस्तेमाल किए हुए मटेरियल के आधार पर लाइसेंस प्रदान किया जाता है.
ठेकेदार द्वारा जितना अच्छा निर्माण कार्य किया जाता है उन्हें उसी हिसाब से पद प्रदान किया जाता है यदि कोई ठेकेदार बहुत ही घटिया किस्म का मटेरियल यूज़ करके निर्माण कार्य करता है और ज्यादा मुनाफा कमाने के चक्कर में प्रोजेक्ट सही से नहीं कर पाता तो उसका लाइसेंस रद्द कर दिया जाता है ग्रेड के हिसाब से ठेकेदारों को धनराशि प्रदान की जाती है.
ठेकेदार बनने के लिए योग्यता क्या रखी गयी है?
- ठेकेदार को शिक्षित होना चाहिए
- ठेकेदार बनने के लिए व्यक्ति के खिलाफ़ कोई भी कानूनी कार्रवाई न हुई हो
- उम्मीदवार को ठेकेदारी से संबंधित सभी प्रकार का ज्ञान होना चाहिए
- निर्धारित समय में टारगेट को पूरा करना पड़ता है
- अपने काम को बारीकी और शुद्धता के साथ करना चाहिए
- ठेकेदार में तकनीकी क्षमता, अपने कार्य के प्रति रुचि होनी चाहिए
- निर्धारित समय और बजट में कार्य सम्पन्न करनाचाहिए
- कार्य के प्रति पूर्ण जिम्मेदारी लेनाऔर अपने काम को पूरी ईमानदारी के साथ करनाचाहिए
- उम्मीदवारमें निर्णय लेने की क्षमता होनी चाहिए
- प्रॉब्लम सॉल्विंग स्किल होनी चाहिए
- स्वास्थ्य तथा सुरक्षा कानूनों को ध्यान में रखकर निर्माण कार्य करना चाहिए
सरकारी ठेकेदार कैसे बने?
सरकारी ठेकेदार बनने के लिए उम्मीदवार को राज्य सरकार या केंद्र सरकार से लाइसेंस प्राप्त करना होगा जिसके लिए उम्मीदवार में निम्नलिखित योग्यताएं होनी चाहिए.
- सरकारी ठेकेदार बनने के लिए कैंडिडेट के पास इंजीनियरिंग का डिप्लोमा या डिग्री होनी चाहिए.
- कैंडिडेट के पास सिविल कार्य का अनुभव होना चाहिए.
- कैंडिडेट के पास पैन कार्ड व जीएसटी होना चाहिए.
- सरकारी ठेकेदार बनने के लिए उम्मीदवार को कॉन्ट्रेक्टर रजिस्ट्रेशन बोर्ड में आवेदन करना होगा.
- सरकारी ठेकेदार के लिए जारी लाइसेंस सिर्फ 5 साल तक मान्य होता है जिसके पश्चात आपको लाइसेंस का रिन्यूअल करवाना होगा.
- सरकारी परियोजनाओं के लिए आप टेण्डर भरकर उसे प्राप्त कर सकते हैं औरसरकारी ठेकेदार के तौर पर निर्माण कार्य शुरू कर सकते हैं.
ठेकेदार का लाइसेंस बनवाने की प्रक्रिया क्या है?
ठेका देने वाली संस्थाओं द्वारा ठेकेदारों को लाइसेंस प्रदान किया जाता है जिसके लिए आपको उन संस्थाओं द्वारा निर्धारित सभी पात्रता मापदंडों को पूरा करना होता है यदि आप ठेकेदार का लाइसेंस प्राप्त करना चाहते हैं तो राज्य सरकार या केंद्र सरकार के अधीन किसी संस्था में लाइसेंस के लिए आवेदन करना होगा और टिन नंबर अभिप्रमाणित,लगभग पांच शपथ पत्र,और पंजीकरण शुल्क ₹5000 आवेदन पत्र के साथ जमा करने होंगे जिसके पश्चात आपका डी ग्रेड कॉन्ट्रेक्टर के लिए लाइसेंस बना दिया जाएगा जिसके पश्चात आप अपना कार्य शुरू कर सकते हैं आपके कार्यों को देखते हुए सरकार द्वारा कुछ समय पश्चात आपको सी ग्रेड का लाइसेंस उसके पश्चात बी ग्रेड का और फिर ए ग्रेड का लाइसेंस भी प्रदान किया जा सकता हैलाइसेंस के आधार पर आपको काम प्रदान किया जाता है और उसी हिसाब से आपकी कमाई होती है.
ठेकेदार की सैलरी कितनी होती है?
किसी भी काम को शुरू करने से पहले व्यक्ति के मन में उससे मिलने वाले वेतन के बारे में जानने की जिज्ञासा उत्पन्न होती है तो हम आपको बता दें कि ठेकेदार बनने के बाद आपकी कमाई योग्यता और कार्यक्षमता पर निर्भर करती है यदि आप किसी कंपनी के अंतर्गत काम करते हैं तो आप ₹25,000 प्रतिमाह है तक कमा सकते हैं.
सरकारी टेंडर प्राप्त होने पर आपको सरकार द्वारा निर्धारित बजट का भुगतान किया जाएगा लेकिन यदि आप कॉमर्शिल व रेजिडेंशियल प्रोजेक्ट लेते हैं तो आप अच्छा खासा मुनाफा कमा सकते हैं.
आशा है आपको हमारे द्वारा लिखा गया है आज का आर्टिकल “ठेकेदार कैसे बने” पसंद आया होगा यदि आप ऐसे ही किसी अन्य विषय के बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो हमें कमेंट कर सकते हैं.