CDAC Course details in Hindi: यदि आप इंजीनियरिंग के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं तो आप के लिए CDAC कोर्स एक बेहतर करियर ऑप्शन होगा सकता है क्योंकि यह कोर्स आप इंजीनियरिंग कंप्लीट करने के बाद कर सकते हैं जिससे आपको जॉब मिलने में आसानी होगी आज के इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको CDAC कोर्स से संबंधित सभी प्रकार की जानकारियां प्रदान करेंगे इसलिए आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें.
CDAC कोर्स का फुलफॉर्म क्या होता है?
CDAC कोर्स का फुलफॉर्म Center for Development of Advanced Computing (सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ एडवांस कंप्यूटिंग)होता है.
CDAC कोर्स की अवधि
CDAC कोर्स 6 महीने से लेकर 1 वर्ष तक की अवधि का होता है.
CDAC कोर्स क्या है
यह एक इंस्टिट्यूट है जो आपको पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री कराता हैजिसमें एडमिशन के लिए आपके पास इंजीनियरिंग की ग्रैजुएट डिग्री होनी चाहिए CDAC इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय से संबंधित एक अर्ध सरकारी सॉफ्टवेयर कंपनी है जो इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स को कई तरह के कोर्स उपलब्ध करवाती है जिससे वे अपना कैरियर बना सके और जॉब प्राप्त कर सकेकोई भी इंजीनियरिंग उत्तीर्ण स्टूडेंट CDAC कोर्स के लिए आवेदन कर सकता हैं Mechanical, Civil, Instrumentation कोई भी इंजीनियरिंग कोर्स होना चाहिए अगर आप CDAC में एडमिशन लेना चाहते हैं तो आपको C- CAT का एग्जाम देना होगा मेरिट अंकों के आधार पर आप किसी भी कॉलेजों में प्रवेश ले सकते हैं.
CDAC कोर्स का महत्त्व
- यदि आप इंजीनियरिंग स्टूडेंट है तो आप CDAC कोर्स कर सकते हैं.
- इंजीनियरिंग के पश्चात CDAC कोर्स करने के बाद आपको उच्च सैलरी वाली जॉब प्राप्त हो सकती है.
- CDAC कोर्स में प्रैक्टिकलनॉलेज प्रदान किया जाता है जिससे स्टूडेंट्स को चीजें जल्दी समझ आती है.
- मार्केट की डिमांड के अनुसार CDAC कोर्स में आपको संबंधित ज्ञान और अनुभव प्रदान किया जाता है आपके तकनीकी ज्ञान और कौशल में वृद्धि होती है.
- CDAC कोर्स करने के बाद आपको बहुत सारी जॉब अपॉर्चुनिटी मिलती है.
- CDAC कोर्स करने के बाद आप अनुभवी लोगों के संपर्क में आते हैं जिससे आपको काम समझने में आसानी होती है.
CDAC कोर्स का सिलेबस
CDAC कोर्स में स्टूडेंट्स को प्रोग्रामिंग भाषाएँ जैसे-C++,जावा,पाइथन आदि सिखाई जाती है डेटा प्रबंधन, एल्गोरिदम्स और डेटा स्ट्रक्चर, वेबडेवलपमेंट-वेब डिजाइन, वेब एप्लिकेशन डेवलपमेंट, डेवलपमेंट के मूल सिद्धांत. ऑपरेटिंग सिस्टम जैसे-विंडो, लाइनक्स. नेटवर्किंग, डिजिटल सिग्नल प्रोग्रामिंग, सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग-टेस्टिंग, मेंटेनेंस. साइबर सुरक्षा-क्रिप्टोग्राफी, नेटवर्क सुरक्षा,डेटा साइंस और मशीन लर्निंग आदि सभी चीजें पढ़ाई जाती है.
CDAC कोर्स के लिए योग्यता
- CDAC कोर्स करने के लिए विद्यार्थी इंजीनियरिंग का स्टूडेंट होना चाहिए.
- विद्यार्थी के पास पहले से इंजीनियरिंग के किसी भी प्रोफेशन में ग्रैजुएशन की डिग्री होनी चाहिए.
- CDAC कोर्स में ऐडमिशन के लिए विद्यार्थी को प्रवेश परीक्षा पास करनी होगी.
- प्रवेश परीक्षा में आवेदन के लिए स्टूडेंट की आयु 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए.
- इंजीनियरिंग से संबंधित सभी प्रकार की स्किल होनी चाहिए.
CDAC कोर्स करने के बाद जॉब प्रोफाइल
- सॉफ्टवेयर डेवलपर
- डेटा साइंटिस्ट
- साइबर सुरक्षा एक्सपर्ट
- वेबडेवलपर
- डेटा एनालिस्ट
- नेटवर्क इंजीनियर आदि
CDAC कोर्स के लिए भारत के टॉप कॉलेज
- C-DAC Head Quarters Pune
- Sunbeam Pune
- C-DAC Bangalore
- C- DAC Knowledge Park
- IACSA
- C- DAC Hyderabad
- VITA
- Sunbeam Karar
- C- DAC Kharghar
CDAC कोर्स की फीस
CDAC कोर्स की फीस आपके द्वारा चुने गए शिक्षण संस्थान पर निर्भर करती है कोई शिक्षण संस्थान कम फीस में कोर्स उपलब्ध कराता है तो किसी शिक्षण संस्थान में कोर्स करने के लिए आपको ज्यादा फीस का भुगतान करना पड़ता है आम तौर पर CDAC कोर्स की फीस 80 ह़जार रुपये से लेकर ₹1,30,000 तक होती है यह एक अनुमानित आंकड़ा है फीस से संबंधित जानकारी आपको कॉलेज कैंपस जाकर पता करनी होगी क्योंकि सभी कॉलेजों में अलग अलग फीस होती है.
CDAC कोर्स करने के बाद सैलरी
किसी भी कोर्स या जॉब को करने से पहले ही व्यक्ति के मन में उससे मिलने वाले वेतन के बारे में जानने की जिज्ञासा जरूर होती है तो हम आपको बता दें कि CDAC कोर्स करने के बाद आप लगभग ₹4,00,000 से लेकर ₹15,00,000 प्रतिवर्ष तक कमा सकते हैं CDAC कोर्स करने के बाद सैलरी आपके पोस्ट, अनुभव और कार्यक्षेत्र पर निर्भर करती है अलग अलग पोस्ट के लिए सैलरी अलग अलग हो सकती है.
आशा है कि आपको आज का हमारा लेख ‘CDAC कोर्स क्या है संपूर्ण जानकारी’ पसंद आया होगा यदि आप ऐसे ही किसी अन्य विषय के बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो हमें कमेंट कर सकते हैं.