वर्तमान समय में सभी व्यक्ति अपना करियर एक अच्छे मुकाम पर बनाना चाहते हैंआज कल इंजीनियररिंग के क्षेत्र में युवाओं की रूचि बढ़ रही है क्योंकि इंजीनियरिंग का क्षेत्र बहुत ही विस्तृत है इसमें कई सारी शाखाए होती है जिसमे से एकसिविल इंजीनियरिंग भी है यदि आप एक सिविल इंजीनियर बनना चाहते है
तो आज केइस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको सिविल इंजीनियर कैसे बने,इसके लिए क्या योग्यता होती है, सैलरी कितनी मिलती है इन सभी विषयों के बारे में जानकारी प्रदान करेंगे इसलिए आर्टिकल को अंत तक जरूर पढें.
सिविल इंजीनियर कौन होता है?
सिविल इंजीनियर इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं सिविल इंजीनियर को प्रोजेक्ट का डिजाइन, उसका निर्माण और उसके रखरखाव से संबंधित कार्य करने होते है ज्यादातर सिविल इंजीनियर को किसी निर्माण कार्य के लिएहायर किया जाता है.
मान लीजिए यदि सरकार द्वारा किसी भवन निर्माण का कार्य सिविल इंजीनियर को सौंपा गया है तो उसके पहले सिविल इंजीनियर द्वारा उस क्षेत्र का मुआयना करके भवन का डिजाइन तैयार किया जाएगा उसके पश्चात उसमें कितने कमरे होंगे, बाथरूम, किचन आदि सभी का डिजाइन तैयार किया जाएगा इसके बाद निर्माण सामग्री जैसे- सरिया, सीमेंटआदि मंगाया जाएगा और सिविल इंजीनियर द्वारा कार्य शुरू किया जाएगा आप जितनी अच्छे से अपना कार्य करेंगे उतने प्रोफेशनल इंजीनियर बन सकेंगे.
सिविल इंजीनियर बनने के लिए योग्यता
- किसी भी कार्य को करने से पहले उससे सम्बंधित जानकारी के लिए आपको उस विषय का अच्छे से अध्धयन करना चाहिए.
- यदि आप सिविल इंजीनियर बनना चाहते है तो आपको इससे सम्बंधित कोर्स करना होगा और डिग्री प्राप्त करनी होगी.
- आपके पास सिविल इंजीनियरिंग से सम्बंधित कोई डिप्लोमा होना चाहिए.
- सिविल इंजीनियर बनने के लिए स्टूडेंट को 10वीं और 12वीं साइंस स्ट्रीम से फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैथ सब्जेक्ट के साथ पास करनी होगी.
- यदि आप दसवीं के बाद सिविल इंजीनियर बनना चाहते हैं तो आपको पॉलिटेक्निक या आईटीआई कोर्स करके डिप्लोमा प्राप्त करना होगा.
- सिविल इंजीनियरिंग में बैचलर डिग्री के लिए आपको 12वी PCM सब्जेक्ट से पास करनी होगी जिसमे आपके 55% मार्क्स होने चाहिए.
- यदि आप इंजीनियरिंग में पोस्ट ग्रेजुएशन करना चाहते है तो उसके लिए आपको कम से कम 0 GPA के साथ सिविल इन्जीनियरिंग में BTech या BE जैसी डिग्री में 50% मार्क्स होने चाहिए.
- इसके साथ आपको इंग्लिश भाषा भी अच्छे से आनी चाहिए.
कॉलेजमें प्रवेश हेतु आवेदन प्रक्रिया
इंजीनियरिंग करने के लिए कॉलेज में आवेदन करना होता है जिसके लिए निम्नलिखित स्टेप्स फॉलो करने होंगे
- सबसे पहले साइंस स्ट्रीम में 12वी पास करनी होगी उसके बाद आपको इंट्रेंस एग्जाम JEE main के लिए आवेदन करना होगा यह राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा होती है.
- परीक्षा पास करने के बाद मेरिट लिस्ट जारी होगी.
- इसके बाद छात्रो को काउंसलिंग के लिए बुलाया जाता है और उसी के आधार आपका एडमिशन किया जाता है.
सिविल इंजीनियर कैसे बने?
सिविल इंजीनियर बनने के लिए आपको सबसे पहलेसाइंस स्ट्रीम से 12वीं उत्तीर्ण करनी होगी उसके बाद 4 साल की सिविल इंजीनियरिंग की बैचलर डिग्री प्राप्त करनी होगी डिग्री प्राप्त करने के बाद आपको इंटर्नशिप करनी होगी इसके लिए आप किसी प्रोफेशनल इंजीनियर के ट्रेनी के रूप में कार्य कर सकते हैं इसके बाद प्रोफेशनल इंजीनियरिंग का एग्जाम दे कर पीई लाइसेंस के लिए आवेदन करना होगा यदि आप इंजीनियरिंग में और ज्यादा नॉलेज प्राप्त करना चाहते हैं तो मास्टर्स डिग्री प्राप्त कर सकते हैं इसके साथ ही आपको कंप्यूटर काबेसिक नॉलेज भी होना चाहिए जिसके लिए आप किसी शिक्षण संस्थान से कंप्यूटर का ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं.
सिविल इंजीनियरिंग के लिए प्रवेश परीक्षा
- JEE main
- JEE Advanced
- OJEE
- BITSAT
- COMEDK
- WBJEE
- MHTCET आदि.
सिविल इंजीनियर की सब–ब्रांचेज
- स्ट्रक्चर इंजीनियरिंग
- जल संसाधन इंजीनियरिंग
- पर्यावरणीयइंजीनियरिंग
- जियोटेक्निकल इंजीनियरिंग
- कंस्ट्रक्शन इंजीनियरिंग
- भूमि की नाप
- भूकंप इंजीनियरिंग
- परिवहन इंजीनियरिंग
- अर्बन इंजीनियरिंग
- भवन निर्माण सामग्री इंजीनियरिंग
सिविल इंजीनियरिंग कोर्सेज
- बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी इन सिविल इंजीनियरिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर टेक्नोलॉजी
- बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग टेक्नोलॉजी
- बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग सिविल एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर
- बैचलर इन सिविल एंड एनवायरनमेंट इंजीनियरिंग
- बैचलर इन सिविल इंजीनियरिंग
- बैचलर इन बिल्डिंग एनर्जी
- मास्टर ऑफ साइंस इन सस्टेनेबल क्रिटिकल इन्फ्रास्ट्रक्चर
- मास्टर ऑफ साइंस इन सिविल इंजीनियरिंग
- मास्टर सिविल एंड स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग
- मास्टर इन सिविल इन्वाइरन्मेंटल इंजीनियरिंग
- मास्टर इन सिविल एंड रेलवे इंजीनियरिंग
- मास्टर इन सिविल एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर इंजीनियरिंग
सिविल इंजीनियरिंग के विषय
- मैन्युफैक्चरिंग प्रोसेसेज का परिचय
- इंजीनियरिंग ड्राइंग एंड ग्राफिक्स
- प्रोग्रामिंग एंड डेटा स्ट्रक्चर
- फिजिक्स
- मैकेनिक्स
- इलेक्ट्रिकल टेक्नोलॉजी
- बेसिक इलेक्ट्रॉनिक्स
- गणित
- परिवहन इंजीनियरिंग
- हाइड्रोलिक
- सॉलिड मैकेनिक्स
- जल और अपशिष्ट जल इंजीनियरिंग
- संरचनात्मक विश्लेषण
- जल संसाधन इंजीनियरिंग
- इस्पात रचनाओं का डिजाइन
- मुद्दा यांत्रकी एंड फाउंडेशन इंजीनियरिंग
- आरसी रचनाओं का डिजाइन
सिविल इंजीनियरिंग के लिए टॉप कॉलेज
- नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी तिरुचिरापल्ली, तिरुचिरापल्ली
- नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी कर्नाटक,सूरतकल
- वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, वेल्लोर
- इंस्टिट्यूट ऑफ केमिकल टेक्नोलॉजी, मुंबई
- आईआईटी इंदौर, इंदौर
- आईआईटी कानपुर, कानपुर
- आईआईटीबॉम्बे, मुंबई
- आईआईटी दिल्ली, दिल्ली
- आईआईटी मद्रास, चेन्नई
सिविल इंजीनियर की सैलरी
किसी भी कोर्स को करके जॉब करने से पहले व्यक्ति के मन में उससे मिलने वाले वेतन के बारे में जानने की जिज्ञासा उत्पन्न होती है तो हम आपको बता दें कि यदि आप सिविल इंजीनियरिंग कोर्स करके एक इंजीनियर के तौर पर कार्य करते हैं तो आपको आपकी पोस्ट,अनुभव और जॉब क्षेत्र के हिसाब से वेतन दिया जाता है सिविल इंजीनियर बनने के बाद एक टेक्निकल इंजीनियर को 4-5 लाख प्रतिवर्ष, एन्वायरमेंट इंजीनियर को 5-6लाख प्रतिवर्ष, कंस्ट्रक्शन इंजीनियर को 4-5 लाख प्रतिवर्ष, बिल्डिंग कंट्रोलर सर्वेयर को 6-7 लाख प्रति वर्ष, प्रोजेक्ट मैनेजर को 9-10लाख प्रतिवर्ष प्रदान किया जाता है.
आशा है कि आपको हमारे द्वारा लिखा गया आज का आर्टिकल “सिविल इंजीनियर कैसे बने” पसंद आया होगा यदि आप ऐसे ही किसी अन्य विषय के बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो हमें कमेंट कर सकते हैं.