वर्तमान समय में क्रिकेट के बढ़ते क्रेज को देखते हुए युवाओं में क्रिकेट के क्षेत्र में करियर बनाने की रुचि बढ़ रही है क्रिकेट फील्ड में खिलाड़ियों के अलावा अंपायर भी होता है जिसका काम खिलाड़ियों को खेल नियमों से अवगत कराना और खेल के जीत और हार का निर्णय करना होता है यदि आप क्रिकेट में रुचि रखते हैं और क्रिकेट अंपायर बनना चाहते हैं तो आज के इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको इससे संबंधित सभी प्रकार की जानकारियां प्रदान करेंगे इसलिए आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें.
क्रिकेट अंपायर कौन होता है?
क्रिकेट अंपायर क्रिकेट संगठन का एक ग्राउंड अधिकारी होता है जिसे मैच के दौरान मैदान के अंदर और बाहर दोनों जगह निर्णय लेने का काम सौंपा जाता है मैच में अंपायर का निर्णय अंतिम होता हैएक अंपायर मैदान पर निष्पक्ष खेल सुनिश्चित करता है, मैदान के उपकरणों की जाँच करता है और खेल के नियमों का पालन करता है ग्राउंड अंपायर और ऑफ-फील्ड थर्ड अंपायर होते हैं जो टीमों द्वारा चुनौती दिए गए निर्णयों की समीक्षा करते हैं अंपायर से कभी-कभी गलतियाँ हो पर कप्तान और बल्लेबाज अंपायरों के फैसले को चुनौती देसकते हैं.
क्रिकेट अंपायर कोनो-बॉल के लिए गेंदबाज के पैर पर नजर रखना, बाउंड्री, लेग बाई, बाई और ओवर थ्रो द्वारा बनाए गए रनों को इंगित करना, आउट, नो-बॉल, वाइड, बाउंसर, फ्री हिट, पेनल्टी, पावर प्ले और ब्रेक का संकेत देना, एलबीडब्ल्यू, विकेट के पीछे कैच और गेंदबाज के छोर से रन आउट की जाँच करना आदि कार्य करने होते है.
अंपायर कैसे बनें?
क्रिकेट अंपायर बनने के लिए आपको क्रिकेट संघ का सदस्य बनना होगा इसके बाद बीसीसीआई अंपायर अकादमी के साथ नामांकन करना होगा अकादमी द्वारा आयोजित अंपायर प्रमाणन परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी और फिर अपने राज्य क्रिकेट संघ द्वारा आयोजित मैचों में भाग लेना होगा राज्य स्तर पर 2-3 साल की अंपायरिंग करनी होगी और बीसीसीआई लेवल 1 परीक्षा के लिए आवेदन करना होगा और परीक्षा पास करनी होगी इसके बाद लेवल 2 की परीक्षा के लिए आवेदन करना होगा जिससे आप राष्ट्रीय स्तर पर मैचों में भाग ले सकेंगे अंतर्राष्ट्रीय मैचों में अंपायरिंग के लिए आईसीसी से अंपायरिंग प्रमाणन लेने के लिए बीसीसीआई से सिफारिश का अनुरोध करना होगा
अंपायर बनने के लिए योग्यता
- क्रिकेट अंपायर बनने के लिए कैंडिडेट को बारहवीं पास करनी होगी.
- कैंडिडेट को 42 नियमों की जानकारी होनी चाहिए और क्रिकेट से संबंधित अन्य सभी जानकारियां होनी चाहिए.
- सहज निर्णय लेने की क्षमता होनी चाहिए.
- कम्युनिकेशन स्किल्स अच्छी होनी चाहिए.
- शारीरिक फिटनेस और सहनशक्ति होनी चाहिए.
- मैदान पर और दर्शकों के दबाव को संभालना आना चाहिए.
- स्वयं निर्णय लेने का साहस होना चाहिए.
क्रिकेट अंपायर का चयन कैसे होता है?
क्रिकेट अंपायर बनने के लिए कैंडिडेट का इंटरव्यू होता है जिसमे उसकी समझदारी और योग्यता मापी जाती है कैंडिडेट से सवाल जवाब किए जाते हैं और उसके द्वारा बताई गई जानकारीयों के आधार पर उसका चयन किया जाता है इस इंटरव्यू के दौरान कैंडिडेट से क्रिकेट अंपायर के 42 नियमों के बारे में भी पूछा जाता है यदि इंटरव्यू सही ढंग से हो जाता है और कैंडिडेट क्रिकेट अंपायर बनने के योग्य होता है तो उसे क्रिकेट अंपायर बना दिया जाता है.
क्रिकेट अंपायर की सैलरी
यदि आप यह जानने के इच्छुक हैं कि क्रिकेट अंपायर को कितनी सैलरी मिलती है तो हम आपको बता दें कि क्रिकेट अंपायर की सैलरी उसकी योग्यता और पद पर निर्भर करती है आप किस प्रकार के अंपायर है इस हिसाब से आपको सैलरी प्रदान की जाती है बीसीसीआई के टॉप 20 के अंपायरों को ₹40,000 प्रतिदिन सैलरी प्रदान की जाती है इन अंपायरों को एक T20 मैच के लिए ₹20,000 की सैलरी दी जाती है.
आशा है कि आपको हमारे द्वारा लिखा गया आजका लेख “क्रिकेट अंपायर कैसे बने” पसंद आया होगा यदि आप ऐसे ही किसी अन्य विषय के बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो हमें कमेंट कर सकते है.