आज के युवा देश का भविष्य है और उन्हें जितनी अच्छी शिक्षा प्राप्त होगी हमारे देश का भविष्य उतना ही उज्ज्वल होगा शिक्षा के क्षेत्र में गुरु का बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान होता है बिना गुरु के शिष्य का कोई वजूद नहीं है शिक्षित व्यक्ति का जीवन सार्थक होता है और इस जीवन को सार्थक बनाने के लिए गुरु की आवश्यकता होती है.
कुछ लोगों की दिलचस्पी पढा़ई में अधिक होती है और वे अपना करियर शिक्षा के क्षेत्र में ही बनाना चाहते हैं यदि आप शिक्षा के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं और टीचर बनना चाहते है तो आज के इस आर्टिकल में हम आपको प्राइमरी टीचर कैसे बने? इसके लिए क्या योग्यता होती है? और टीचर की सैलरी कितनी होती है इन सभी विषयों के बारे में बताएंगे तो आर्टिकल को अंत तक जरूर पढें.
प्राइमरी टीचर कौन होता है?
एक टीचर विद्यालय में कई सारे बच्चों को एक साथ शिक्षा देता है उन्हें ज्ञान की बातें सीखाता है सभी विषयों का गहन अध्ययन करवाता है इसके अलावा शिक्षक को और भी कई सारे कार्य करने होते है जैसे- एग्जाम पैटर्न तैयार करना, क्लास लेने के लिए नई शिक्षा तकनीकी पर रिसर्च करना, बच्चों की उपस्थिति दर्ज करना इत्यादि सभी काम टीचर को करने होते है शिक्षक को केंद्र सरकार या राज्य सरकार द्वारा नियुक्त कियाजाता हैं हर कक्षा और विषय के अनुसार टीचर की भर्ती अलग अलग परीक्षाओं के द्वारा होती है टीचर बनने के लिए कम से कम स्नातक की पढ़ाई पूरी करके बीएड या एजुकेशन डिप्लोमा कोर्स आवश्यक रूप से करना होता हैटीचर कई प्रकार के होते हैं जैसे- प्राइमरी टीचर, प्रशिक्षित ग्रैजुएट टीचर, पोस्ट ग्रैजुएट टीचर.
प्राइमरी टीचर बनने के लिए योग्यता
टीचर बनने के लिए आपके पास निम्नलिखित योग्यताएं होनी चाहिए-
शैक्षणिक योग्यता
यदि आप प्राइमरी टीचर बनना चाहते है तो इसके लिए सबसे पहले आपको किसी भी स्ट्रीम में 50% अंकों के साथ उत्तीर्ण करनी होगी और फिर किसी भी स्ट्रीम में ग्रेजुएशन कम्प्लीट करना होगा उसके बाद टीचर ट्रेनिंग कोर्स जैसे NTT,D.EL.ED, BSTC करना होगा जो कि दोसाल के कोर्स होते हैं इन कोर्सों में प्राइमरी टीचर स्किल्स के बारे में पढ़ाया जाता है इन कोर्स में प्रवेश लेने के लिए आपको एंट्रेंस एग्जाम देना होता है जिसके बाद आपका एडमिशन होता है.
उम्र–सीमा
यदि आप प्राइमरी टीचर बनना चाहते हैं तो इसके लिए आपकी न्यूनतम उम्र 18 वर्ष और अधिकतम उम्र 35 वर्ष होनी चाहिए इसके अलावा टीजीटी ग्रेड,पीजीटी ग्रेड इसके लिए न्यूनतम आयु 21 वर्ष तथा अधिकतम आयु 40 वर्ष होनी चाहिए आरक्षित वर्ग के लिए अधिकतम उम्र सीमा में छूट का प्रावधान है.
सीटेट या टीईटी परीक्षा के लिए योग्यता
टीचर बनने के लिए ग्रैजुएशन की डिग्री होनी आवश्यक है ग्रैजुएशन के बाद बीएड करना होगा जिसके बाद आप सीटेट या टीईटी की परीक्षा देने के योग्य हो जाएंगेआप जिस ग्रेड के टीचर बनना चाहते हैं उस लेवल की परीक्षा पास करने के बाद छात्रों को पढ़ाने के लिए शिक्षक बना दिया जाएगा.
टीचर कैसे बने?
टीचर बनने से पहले आपको यह सुनिश्चित कर लेना होगा कि आप किस ग्रेड के टीचर बनना चाहते हैं सरकार द्वारा टीचर के लिए तीन ग्रेड तय किए गए हैं पहला पीआरटी, दूसरा टीजीटी, तीसरा पीजीटी इन तीनोंके लिए योग्यता और उम्रसीमा अलग अलग है तो आइये जानते हैं.
प्राइमरी टीचर कैसे बने?
प्राइमरी टीचर बनने के लिए सबसे पहले आपको ट्रेनिंग कोर्स करना होता है उसके बाद TET परीक्षा जो कि राज्य सरकार द्वारा आयोजित की जाती या CTET परीक्षा जो कि केंद्र सरकार द्वारा आयोजित की जाती है क्वालीफाई करना होगा एग्जाम पास करने के लिए कम से कम 60% नम्बर लाने जरूरी हैं यदि आप यह परीक्षा क्वालीफाई कर लेते हैं और आपकी उम्र 18 से 35 वर्ष के बीच है तो आप प्राइमरी टीचर बन सकते हैं.
ट्रेंड ग्रैजुएट टीचर कैसे बने?
इस लेवल का टीचर बनने के लिए उम्मीदवार के पास ग्रैजुएशन और उसके बाद बीएड या अन्य कोई डिप्लोमा कोर्स की डिग्री होनी चाहिए उसके बाद आपको टीईटी या सीटेट की परीक्षा क्वालीफाई करनी होगी एग्जाम क्वालीफाई करने के बाद ग्रेड के अनुसार आपको 6,8,9,10, कक्षा मेंपढ़ाने के लिए शिक्षक बनाया जाता है.
पोस्ट ग्रैजुएट टीचर कैसे बने?
पोस्ट ग्रैजुएट टीचर बनने के लिए आपको बारहवीं के बाद इंटीग्रेटेड कोर्स करना होगा जिसमें ग्रेजुएशन और बीएड दोनों एक साथ कराए जाते हैं इसके अलावा यदि आपने पोस्ट ग्रैजुएशन कर रखा है तो उसके बाद बीएड कोर्स कर सकते हैं पोस्ट ग्रैजुएट टीचर ग्यारहवीं और बारहवीं कक्षा को पढ़ाता है बीएड करने के बाद आपको टीईटी या सीटेट की परीक्षा पास करनी होगी जिसके बाद आपको शिक्षक बना दिया जाएगा.
प्राइमरी टीचर बनने के लाभ
- शिक्षकों द्वारा बच्चों को अच्छे संस्कार और ज्ञान प्रदान किए जाते हैं जिससे बच्चे समाज में अपनी अलग छवि बनाते है.
- यदि आप कोई और नौकरी करेंगे तो आपको इतनी छुट्टियां नहीं मिलेंगी जितनी टीचर के तौर पर प्रदान की जाती है.
- आप अपना शिक्षण कार्य करने के बाद अन्य कार्य भी कर सकते हैं क्योंकि आपको एक निर्धारित समय तक ही विद्यालयों में पढ़ाना होता है.
- सैलरी के साथ ही आपको विद्यालय और समाज में मान सम्मान और प्रशंसा भी मीलती है.
- प्राइमरी टीचर बनने के बाद आपको किसी भी प्रकार की चिंता नहीं होती है क्योंकि आपका भविष्य सुरक्षित हो जाता है.
- प्राइमरी टीचर को वेतन के साथ साथ अन्य सरकारी सुविधाएं भी प्रदान की जाती है.
- यदि आप एक शिक्षक है तो अन्य बच्चों के अलावा आप अपने बच्चों को भी अच्छी शिक्षा प्रदान कर सकते हैं जिससे उनका भविष्य भी सुरक्षित हो जाएगा.
प्राइमरी टीचर की सैलरी
किसी भी जॉब को करने से पहले व्यक्ति के मन में उससे मिलने वाले वेतन के बारे में जानने की जिज्ञासा उत्पन्न होती है तोहम आपको बता दें कि प्राइमरी टीचर बनने के बाद आपकी सैलरी लगभग 37, रुपया प्रतिमाह होती है इसके अलावा कई प्रकार के भत्ते मिलाकर एक प्राइमरी टीचर को कुल ₹42,000 तक सैलरी मिलती है टीचर की सैलरी उसके अनुभव और पढ़ाने के तरीके या फिर प्रमोशन पर डिपेंड करती है सैलरी के अलावा एक शिक्षक को अन्य सुविधाएं जैसे मुफ्त आवास, मुफ्त स्वास्थ्य सेवाएं, मुफ्त यात्रा और मुफ्त बिजली प्रदान की जाती है.
आशा है कि आपको हमारे द्वारा लिखा गया आज का लेख “प्राइमरी टीचर कैसे बने” पसंद आया होगा यदि आप ऐसे ही किसी अन्य विषय के बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो हमें कमेंट कर सकते हैं.
Me 3rd grade ka teacher banna chahta hu scince me Muje iske bare me Thodi jankari bta sakte ho sir
क्या हिमाचल में प्राथमिक शिक्षक बनने के लिए nios से की गई D.el.ed.मान्य है। कृपया सुझाव दें।